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पंचांग Vrittabharati
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अथर्ववेद परिचय

अथर्ववेद परिचयअथर्ववेद परिचय – अनुक्रमणिका अथर्ववेदाचा परिचय :- अथर्ववेदातील आणखी महत्त्वाचे विषय:- अथर्ववेदाचा रचना काळ:- अथर्ववेदाबद्दल काही मुख्य तथ्ये :- अथर्ववेदाच्या शाखा:- अथर्ववेदाची वैशिष्ट्ये :- हिंदू धर्मातील चार पवित्र वेदांपैकी अथर्ववेद हा चौथा वेद आहे. अथर्ववेदाला ब्रह्मवेद असेही म्हणतात, त्यात देवांच्या स्तुतीचे मंत्र, वैद्यकशास्त्र, विज्ञान आणि तत्त्वज्ञान देखील आहे. ज्याच्या राज्यात अथर्ववेदाचा अभ्यासक राहतो, तो त्या राज्यात शांतता प्रस्थापित करण्यात तल्लीन असतो. ती अवस्था विघ्नमुक्त राहून प्रगतीच्या मार्गावर चालते. भगवंताने प्रथम...24 Dec 2023 / No Comment /

सामवेद परिचय

सामवेद परिचयसामवेद परिचय – अनुक्रमणिका सामवेदाचे दोन भाग आहेत:- सामवेदाचा अर्थ :- सामवेदात तीन आचार्य आहेत:- सामवेदाचे महत्त्व :- सामवेदातील सर्वोत्तम तथ्ये :- संगीत नोट्स :- वारसा :- ब्राह्मण ग्रंथ :- सामवेदाचे दोन भाग आहेत:- १ आर्किच आणि २ गाणी भारतीय संस्कृतीतील सर्वात जुने धार्मिक ग्रंथ म्हणजे वेद, जे चार भागात विभागलेले आहेत: ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद आणि अथर्ववेद. ज्ञानाच्या या अद्भुत भांडाराच्या वेदांमध्ये सामवेद तिसर्‍या क्रमांकावर आहे. संपूर्ण सामवेदात एकूण १८७५...24 Dec 2023 / No Comment /

यजुर्वेद परिचय

यजुर्वेद परिचययजुर्वेद परिचय – अनुक्रमणिका यजुर्वेदाचे दोन मुख्य भाग आहेत:- यजुर्वेदाची इतर वैशिष्ट्ये:- यजुर्वेद हा चार वेदांपैकी दुसरा वेद म्हणून प्रसिद्ध आहे. जे ऋग्वेदिक स्तोत्रांच्या मिश्रणाने रचले गेले असे मानले जाते, कारण ऋग्वेदाचे ६६३ मंत्र यजुर्वेदातही आढळतात. तरीही दोन्ही एकच पुस्तक आहेत असे म्हणता येणार नाही. ऋग्वेदातील मंत्र काव्यात्मक आहेत, तर यजुर्वेदातील मंत्र गद्यात्मक आहेत – ’गद्यत्को यजु’. तसेच, अनेक मंत्र ऋग्वेदासारखे आहेत. यजुर्वेद हा एक पद्धतशीर ग्रंथ आहे, जो पुरोहितपद्धतीत...24 Dec 2023 / No Comment /

ऋग्वेद परिचय

ऋग्वेद परिचयऋग्वेद परिचय – अनुक्रमणिका ऋग्वेदाचा परिचय :- ऋग्वेदाबद्दल महत्वाचे तथ्य:- विभाग :- ऋग्वेदाची दोन भागात विभागणी :- शाखा :- ऋग्वेदाची व्याख्या (रिक म्हणजे स्थिती आणि ज्ञान) ऋग्वेद हा पहिला वेद आहे जो काव्यात्मक आहे. सनातन धर्माचा पहिला प्रारंभिक स्त्रोत ऋग्वेद आहे. यजुर्वेद, सामवेद आणि अथर्ववेद हे तिन्ही ऋग्वेदापासून रचले गेले. ऋग्वेद हा एक यमक वेद आहे, यजुर्वेद हा गद्य वेद आहे आणि सामवेद हा गेय वेद आहे. ऋग्वेद १५०० आणि...24 Dec 2023 / No Comment /

वेदांची संपूर्ण माहिती आणि महत्त्व

वेदांची संपूर्ण माहिती आणि महत्त्ववेदांची संपूर्ण माहिती आणि महत्त्व – अनुक्रमणिका वेदांचा परिचय :- वेदांचे उपवेद :- वेदांचा इतिहास :- वेदांचे महत्त्व :- वेदांचे सार:- वेद (चार वेदांचा परिचय) हे जगातील सर्वात जुने धर्मग्रंथ म्हणून सर्व विद्वानांनी एकमताने स्वीकारले आहे. वेद शब्दाचा सामान्य अर्थ ज्ञान असा आहे. आचार्य सायन यांच्या मते, वेद हा असा शब्द-समूह आहे, जो इष्ट साध्य करण्यासाठी आणि नकारात्मक गोष्टींना दूर ठेवण्यासाठी अलौकिक, दैवी उपाय सांगतो. वेद हे ब्रह्माजींनी ऋषीमुनींना दिलेल्या...24 Dec 2023 / No Comment /

अथर्ववेद परिचय (हिंदी)

अथर्ववेद परिचय (हिंदी)अथर्ववेद परिचय (हिंदी) – अनुक्रमणिका अथर्ववेद का परिचय :- अथर्ववेद के अधिक महत्त्व विषय :- अथर्ववेद का रचना काल :- अथर्ववेद के विषय में कुछ मुख्य तथ्य :- अथर्ववेद की शाखायें :- अथर्ववेद की विशेषताएँ :- अथर्ववेद हिन्दू धर्म के पवित्र चार वेदो में से चौथे क्रम का वेद है| अथर्ववेद को ब्रह्मवेद भी कहा जाता है, इसमें देवताओ की स्तुति, चिकित्सा, विज्ञान और दर्शन के भी मन्त्र हैं| जिस...22 Dec 2023 / No Comment /

सामवेद परिचय (हिंदी)

सामवेद परिचय (हिंदी)सामवेद परिचय (हिंदी) – अनुक्रमणिका सामवेद के दो भाग हैं :- सामवेद का अर्थ :- सामवेद में तीन आचार्यों की सखाए हैं :- सामवेद का महत्त्व :- सामवेद के श्रेष्ठ तथ्य :- संगीत स्वर :- परंपरा :- ब्राह्मण ग्रंथ :- सामवेद के दो भाग हैं :- १ आर्चिक और २ गान भारतीय संस्कृति के सबसे प्राचीन धार्मिक ग्रंथ वेद हैं, जो चार हिस्सों में विभाजित ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्वेद...22 Dec 2023 / No Comment /

यजुर्वेद परिचय (हिंदी)

यजुर्वेद परिचय (हिंदी)यजुर्वेद परिचय (हिंदी) – अनुक्रमणिका यजुर्वेद के दो मुख्य भाग है :- यजुर्वेद की अन्य विशेषताएँ :- चार वेदो मे द्वितीय वेद के रूप में प्रसिद्ध यजुर्वेद (Yajurveda in hindi) हे| जिस की रचना ऋग्वेदीय ऋचाओं के मिश्रण से हुई मानी जाती है, क्योंकि ऋग्वेद के ६६३ मंत्र यजुर्वेद में भी पाए जाते हे| फिर भी नहीं कहा जा सकता है कि दोनों एक ही ग्रंथ है| ऋग्वेद के मंत्र...22 Dec 2023 / No Comment /

ऋग्वेद परिचय (हिंदी)

ऋग्वेद परिचय (हिंदी)ऋग्वेद परिचय (हिंदी) – अनुक्रमणिका ऋग्वेद का परिचय :- ऋग्वेद के विषय में प्रमुख तथ्य :- विभाग :- ऋग्वेद दो भागो का विभाजन :- शाखाएँ :- ऋग्वेद (RigVeda in hindi) की परिभाषा ( ऋक अर्थात् स्थिति और ज्ञान ) ऋग्वेद सबसे पहला वेद है जो पद्यात्मक है| सनातन धर्म का पहला आरम्भिक स्रोत ऋग्वेद है| यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद यह तीनो की रचना ऋग्वेद से ही हुई है| ऋग्वेद छंदोबद्ध...22 Dec 2023 / No Comment /

वेदों की संपूर्ण जानकारी और महत्व (हिंदी)

वेदों की संपूर्ण जानकारी और महत्व (हिंदी)वेदों की संपूर्ण जानकारी और महत्व (हिंदी) – अनुक्रमणिका वेद का परिचय:- वेदों के उपवेद:- वेदों का इतिहास:- वेदों का महत्व:- वेदों का सार:- सभी विद्वानों द्वारा एकमत से वेदो (introduction of Four Vedas) को इस संसार का प्राचीनतम ग्रंथ स्वीकार किया गया है| वेद शब्द का सामान्य अर्थ ज्ञान है| आचार्य सायण के अनुसार वेद वह शब्द- राशि है, जो अभीष्ट प्राप्ति और अनिष्ट को दूर रखने का अलौकिक,...22 Dec 2023 / No Comment /